Chachi Ki Chudai Ki Chahat चाची की चुदाई की चाहत
मेरी चाची से मुझे बचपन से ही आकर्षण था। जब मैं एक बार उदास था, तो चाची ने मुझे गले लगाकर समझाया था। लेकिन उस समय मेरे पास कुछ करने की हिम्मत नहीं थी। क्योंकि वो मुझसे थोड़ी बात पर डांट देती थीं और मेरी शिकायत भी बहुत करती थीं।
यह बात एक-दो साल पहले की है जब मैं अपने कॉलेज के पहले वर्ष की परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। जब मैं कॉलेज से घर आता था, तो घर में चाची के अलावा कोई नहीं होता था (माँ और पिताजी ऑफिस पर जाते थे)। और मैं चाची के साथ टीवी देखता था।
उस समय चाची की सिर्फ एक छोटी सी बेटी थी जो सिर्फ़ एक साल की थी और वो दोपहर में सोती रहती थी। चाची को टीवी देखने की आदत थी और मैं उनसे काफी घुल मिलकर रहता था, जिसके कारण उनके कान के पास बातें करते हुए हाथ या सर रख देता था जिसे वो कई बार मना कर देती थीं। लेकिन मैं चाची के बारे में सोच-सोचकर मूठ मारते-2 थक चुक गया था और मौका लेना चाहता था कि शायद मुझे चुदाई का मौका मिले।
इसलिए मैं चाची के सोने के बाद उनके बगल में सो जाता था और उनकी बेटी को चुपके से बीच से हटाकर अपनी दूसरी तरफ सुला देता था।
यह बात चाची काफी दिनों से नोटिस कर रही थी पर उन्होंने कुछ नहीं कहा जिससे मेरी हिम्मत और बढ़ गई।
एक दिन जैसे ही चाची सो गई, मैंने हिम्मत करके अपना हाथ उनके पेट पर रख दिया और पेट से साड़ी को हटा दिया लेकिन चाची ने कुछ नहीं कहा और मेरी तरफ पीठ कर के सो गई। तब मैंने चाची की पीठ पर जो उनके लो-कट ब्लाउज से आधी खुली थी, उस पर किस किया और उनके पेट पर पकड़ मजबूत कर दी तो चाची करवट लेकर पीठ के बाल सीधे लेट गई। तब मैंने उनका हाथ उठाकर अपने सर के नीचे रखा और अपना सर उनके ब्रेस्ट पर और एक हाथ उनकी कमर के नीचे और दूसरा हाथ उनके दूसरे ब्रेस्ट पर रखकर हल्के-हल्के दबाना शुरू कर दिया और अपने पैर से चाची की चुत पर रगड़ने लगा। मेरा लंड जो कि 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है, चाची के पैर से टच हो रहा था और प्री-कम भी निकलने लगा था।
तब चाची ने अपने होंठ मेरे होठों पर रखकर हटा लिए। मैं समझ गया कि चाची सो नहीं रही हैं। और फिर मैंने चाची का चेहरा पकड़ कर अपनी तरफ घुमाया और उनके होठों पर किस करना शुरू कर दिया। लेकिन चाची सोने का नाटक करती रहीं।
फिर मैंने धीरे-धीरे चाची के ब्लाउज के हुक खोलना शुरू किया। और ब्लाउज के हुक खोने के बाद मैंने चाची के ब्रेस्ट को ब्रा के ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिया। चाची के चेहरे के भाव से साफ पता चल रहा था कि वो कितनी उत्साहित हो चुकी हैं। फिर मैंने उनकी साड़ी को ऊपर से हटाया और उनके ब्लाउज में हाथ डालकर उनकी ब्रा का हुक भी खोल दिया। फिर मैंने धीरे-धीरे उनके ब्रेस्ट को चूसना शुरू कर दिया, वो अभी भी आँखें बंद करके थीं पर अब उन्होंने मेरे सर के नीचे वाले हाथ से मुझे कसकर पकड़ लिया था। तब मैंने उठकर कमरे का दरवाजा लगाया और उनके पास आकर उन्हें गोद में उठाकर उनका ब्लाउज और ब्रा को उतार दिया। अब वो मेरे सामने सेमी-न्यूड स्थिति में थीं और मैं एक हाथ से उनके एक ब्रेस्ट को दबा रहा था और दूसरा ब्रेस्ट को चूस रहा था और दूसरा हाथ साड़ी के ऊपर से ही उनकी चुत पर घुमा रहा था। अब वो मौन कर रही थी “आह, ओम, आह, ओह” लेकिन उनकी आँखें अभी भी बंद थीं। फिर मैंने उनकी साड़ी ढीली की और उनके पैंटिकोट के बटन खोलकर दोनों चीजों पर से किनारे से खींचकर उतार दिया। अब उनके शरीर पर सिर्फ पैंटी ही बची थी और मैं उनका भरा हुआ शरीर देखकर पागल हो रहा था। फिर मैंने उनकी पैंटी भी उतारी, उनकी चुत एकदम साफ़ शवित थी जिसे देखकर मैं पागल हो गया और मैंने उनकी चुत को अपने हाथ से रगड़ना शुरू कर दिया। अब चाची अपना शरीर घुमा रही थी और सिसकरा रही थी।
फिर मैंने चाची की चुत के मुंह पर अपनी एक उंगली रखी और चाची के बोलने का इंतजार करना शुरू कर दिया। आखिरकार चाची ने कहा राज अब अंदर अपनी उंगली जल्दी से डाल दो और मत तड़पाओ और अपनी आँखें खोलकर मुस्कुराओ। और मैंने एक झटके में अपनी दोनों उंगलियां चाची की चुत में अंदर तक डाल दी। लेकिन चाची चाचा के पास न रहने से कम ही चुदती थी, इसीलिए उनकी चुत अभी भी काफी टाइट थी जिससे उन्हें बहुत दर्द हुआ और वो चीख पड़ी “आह, ओह मम्मी, थोड़ा धीरे करो बहुत दर्द होता है और मेरी दो महीने की गर्भावस्था भी है।” तब मुझे पता चला कि वो दोबारा गर्भवती हैं। और फिर मैं धीरे-धीरे उंगली से उनको चोदता रहा और वो कह रही थी “आह, बहुत मजा आ रहा है, ऐसा लग रहा है जैसे मेरी चुदाई हो रही है।” तब मैंने उनकी चुत को साथ-2 चाटना भी शुरू कर दिया। वो कह रही थी “आह राज पहली बार मेरी चुत को कोई चाटा है, आह, ओह बहुत मजा आ रहा है और तेज़ करो” और उन्होंने मुझे कसकर पकड़ लिया मैं समझ गया कि वो झरने वाली है और मैं रुक गया, तो वो चीखने लगी “आह, राज प्लीज मत रुको, जल्दी कर ना” तब मैंने अपनी दोनों उंगलियां उनकी चुत में डालकर अंदर-बाहर कराने लगा। और उनको उंगली से चोदते-2 मुझे 30 मिनट हो गए थे और मेरा हाथ दर्द कर रहा था पर बहुत मजा भी आ रहा था और थोड़ी देर में चाची झड़ गई।
फिर मैंने अपने कपड़े उतरना शुरू कर दिए। मेरे लंड की मोटाई को देखकर चाची डर गईं और कहने लगी मैं रण्डी तो नहीं हूँ मैं तो तेरी चाची हूँ तुम मुझे नहीं चोद सकते” तब मैंने बिना कुछ कहे अपना लंड चाची के मुंह में देना चाहे तो चाची ने मना कर दिया। तब मैंने चाची की बिस्तर पर पटकाकर उनके पैर फैलाए और अपना लंड उनकी चुत पर रखकर एक जोरदार धक्का मारा तो मेरा लंड चाची की चुत में घुस गया। चाची की चीख निकल गई और वो चीखने लगी “आह, मम्मी, साले चोद दे मुझे तेरा लंड बहुत मोटा है मैं मर जाऊंगी” और उनकी आँखों से आंसू निकलने लगे और वो मुझसे हाथ से धक्का देकर हटाने की कोशिश कर रही थीं पर मैंने उनके हाथ पकड़ लिए और अपने लंड को थोड़ा सा बाहर कर के फिर एक जोरदार शॉट लगाया तो मेरा लंड पूरी तरह अंदर चला गया।
वो रोते हुए बोली “राज प्लीज देख मैं गर्भवती हूँ प्लीज मुझे मत चोद तेरा बहुत मोटा है मेरी फट जाएगी” तो मैंने कहा मेरा क्या मोटा है और तेरी क्या फट जाएगी, तो उसने कहा “तेरा लंड मोटा है मेरी चुत फट जाएगी हरमी चोद दे मुझे” तो मैंने कहा “साली कमिनी तुम मुझसे बहुत डांटती थीं और मेरी शिकायत भी बहुत करती थीं अब भुगतो,” तो उसने कहा “मैं अब तुम्हारी शिकायत नहीं करूंगी, तुम थोड़ा धीरे करो मेरे बहुत दर्द हो रहा है” पर मैं बदला लेना चाहता था इसलिए मैंने चाची की बात नहीं मानी और चाची अपना सर हिलाती रही और रोती रही। करीब 35-40 मिनट बाद मैं जहद गया और मैंने अपना सारा माल उनकी चुत में डाल दिया। उसके बाद मैंने कई बार चाची की चुत को चोदा और गांड मारा। पर अबकी बार seduce करके क्योंकि मेरा सपना पूरा हो गया था और चाची अब मुझसे नहीं लड़ती थी। अब उनको मेरे साथ बहुत मजा आता है और वो मुझसे चुदने को तैयार रहती हैं।
यह बात एक-दो साल पहले की है जब मैं अपने कॉलेज के पहले वर्ष की परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। जब मैं कॉलेज से घर आता था, तो घर में चाची के अलावा कोई नहीं होता था (माँ और पिताजी ऑफिस पर जाते थे)। और मैं चाची के साथ टीवी देखता था।
उस समय चाची की सिर्फ एक छोटी सी बेटी थी जो सिर्फ़ एक साल की थी और वो दोपहर में सोती रहती थी। चाची को टीवी देखने की आदत थी और मैं उनसे काफी घुल मिलकर रहता था, जिसके कारण उनके कान के पास बातें करते हुए हाथ या सर रख देता था जिसे वो कई बार मना कर देती थीं। लेकिन मैं चाची के बारे में सोच-सोचकर मूठ मारते-2 थक चुक गया था और मौका लेना चाहता था कि शायद मुझे चुदाई का मौका मिले।
इसलिए मैं चाची के सोने के बाद उनके बगल में सो जाता था और उनकी बेटी को चुपके से बीच से हटाकर अपनी दूसरी तरफ सुला देता था।
यह बात चाची काफी दिनों से नोटिस कर रही थी पर उन्होंने कुछ नहीं कहा जिससे मेरी हिम्मत और बढ़ गई।
एक दिन जैसे ही चाची सो गई, मैंने हिम्मत करके अपना हाथ उनके पेट पर रख दिया और पेट से साड़ी को हटा दिया लेकिन चाची ने कुछ नहीं कहा और मेरी तरफ पीठ कर के सो गई। तब मैंने चाची की पीठ पर जो उनके लो-कट ब्लाउज से आधी खुली थी, उस पर किस किया और उनके पेट पर पकड़ मजबूत कर दी तो चाची करवट लेकर पीठ के बाल सीधे लेट गई। तब मैंने उनका हाथ उठाकर अपने सर के नीचे रखा और अपना सर उनके ब्रेस्ट पर और एक हाथ उनकी कमर के नीचे और दूसरा हाथ उनके दूसरे ब्रेस्ट पर रखकर हल्के-हल्के दबाना शुरू कर दिया और अपने पैर से चाची की चुत पर रगड़ने लगा। मेरा लंड जो कि 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है, चाची के पैर से टच हो रहा था और प्री-कम भी निकलने लगा था।
तब चाची ने अपने होंठ मेरे होठों पर रखकर हटा लिए। मैं समझ गया कि चाची सो नहीं रही हैं। और फिर मैंने चाची का चेहरा पकड़ कर अपनी तरफ घुमाया और उनके होठों पर किस करना शुरू कर दिया। लेकिन चाची सोने का नाटक करती रहीं।
फिर मैंने धीरे-धीरे चाची के ब्लाउज के हुक खोलना शुरू किया। और ब्लाउज के हुक खोने के बाद मैंने चाची के ब्रेस्ट को ब्रा के ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिया। चाची के चेहरे के भाव से साफ पता चल रहा था कि वो कितनी उत्साहित हो चुकी हैं। फिर मैंने उनकी साड़ी को ऊपर से हटाया और उनके ब्लाउज में हाथ डालकर उनकी ब्रा का हुक भी खोल दिया। फिर मैंने धीरे-धीरे उनके ब्रेस्ट को चूसना शुरू कर दिया, वो अभी भी आँखें बंद करके थीं पर अब उन्होंने मेरे सर के नीचे वाले हाथ से मुझे कसकर पकड़ लिया था। तब मैंने उठकर कमरे का दरवाजा लगाया और उनके पास आकर उन्हें गोद में उठाकर उनका ब्लाउज और ब्रा को उतार दिया। अब वो मेरे सामने सेमी-न्यूड स्थिति में थीं और मैं एक हाथ से उनके एक ब्रेस्ट को दबा रहा था और दूसरा ब्रेस्ट को चूस रहा था और दूसरा हाथ साड़ी के ऊपर से ही उनकी चुत पर घुमा रहा था। अब वो मौन कर रही थी “आह, ओम, आह, ओह” लेकिन उनकी आँखें अभी भी बंद थीं। फिर मैंने उनकी साड़ी ढीली की और उनके पैंटिकोट के बटन खोलकर दोनों चीजों पर से किनारे से खींचकर उतार दिया। अब उनके शरीर पर सिर्फ पैंटी ही बची थी और मैं उनका भरा हुआ शरीर देखकर पागल हो रहा था। फिर मैंने उनकी पैंटी भी उतारी, उनकी चुत एकदम साफ़ शवित थी जिसे देखकर मैं पागल हो गया और मैंने उनकी चुत को अपने हाथ से रगड़ना शुरू कर दिया। अब चाची अपना शरीर घुमा रही थी और सिसकरा रही थी।
फिर मैंने चाची की चुत के मुंह पर अपनी एक उंगली रखी और चाची के बोलने का इंतजार करना शुरू कर दिया। आखिरकार चाची ने कहा राज अब अंदर अपनी उंगली जल्दी से डाल दो और मत तड़पाओ और अपनी आँखें खोलकर मुस्कुराओ। और मैंने एक झटके में अपनी दोनों उंगलियां चाची की चुत में अंदर तक डाल दी। लेकिन चाची चाचा के पास न रहने से कम ही चुदती थी, इसीलिए उनकी चुत अभी भी काफी टाइट थी जिससे उन्हें बहुत दर्द हुआ और वो चीख पड़ी “आह, ओह मम्मी, थोड़ा धीरे करो बहुत दर्द होता है और मेरी दो महीने की गर्भावस्था भी है।” तब मुझे पता चला कि वो दोबारा गर्भवती हैं। और फिर मैं धीरे-धीरे उंगली से उनको चोदता रहा और वो कह रही थी “आह, बहुत मजा आ रहा है, ऐसा लग रहा है जैसे मेरी चुदाई हो रही है।” तब मैंने उनकी चुत को साथ-2 चाटना भी शुरू कर दिया। वो कह रही थी “आह राज पहली बार मेरी चुत को कोई चाटा है, आह, ओह बहुत मजा आ रहा है और तेज़ करो” और उन्होंने मुझे कसकर पकड़ लिया मैं समझ गया कि वो झरने वाली है और मैं रुक गया, तो वो चीखने लगी “आह, राज प्लीज मत रुको, जल्दी कर ना” तब मैंने अपनी दोनों उंगलियां उनकी चुत में डालकर अंदर-बाहर कराने लगा। और उनको उंगली से चोदते-2 मुझे 30 मिनट हो गए थे और मेरा हाथ दर्द कर रहा था पर बहुत मजा भी आ रहा था और थोड़ी देर में चाची झड़ गई।
फिर मैंने अपने कपड़े उतरना शुरू कर दिए। मेरे लंड की मोटाई को देखकर चाची डर गईं और कहने लगी मैं रण्डी तो नहीं हूँ मैं तो तेरी चाची हूँ तुम मुझे नहीं चोद सकते” तब मैंने बिना कुछ कहे अपना लंड चाची के मुंह में देना चाहे तो चाची ने मना कर दिया। तब मैंने चाची की बिस्तर पर पटकाकर उनके पैर फैलाए और अपना लंड उनकी चुत पर रखकर एक जोरदार धक्का मारा तो मेरा लंड चाची की चुत में घुस गया। चाची की चीख निकल गई और वो चीखने लगी “आह, मम्मी, साले चोद दे मुझे तेरा लंड बहुत मोटा है मैं मर जाऊंगी” और उनकी आँखों से आंसू निकलने लगे और वो मुझसे हाथ से धक्का देकर हटाने की कोशिश कर रही थीं पर मैंने उनके हाथ पकड़ लिए और अपने लंड को थोड़ा सा बाहर कर के फिर एक जोरदार शॉट लगाया तो मेरा लंड पूरी तरह अंदर चला गया।
वो रोते हुए बोली “राज प्लीज देख मैं गर्भवती हूँ प्लीज मुझे मत चोद तेरा बहुत मोटा है मेरी फट जाएगी” तो मैंने कहा मेरा क्या मोटा है और तेरी क्या फट जाएगी, तो उसने कहा “तेरा लंड मोटा है मेरी चुत फट जाएगी हरमी चोद दे मुझे” तो मैंने कहा “साली कमिनी तुम मुझसे बहुत डांटती थीं और मेरी शिकायत भी बहुत करती थीं अब भुगतो,” तो उसने कहा “मैं अब तुम्हारी शिकायत नहीं करूंगी, तुम थोड़ा धीरे करो मेरे बहुत दर्द हो रहा है” पर मैं बदला लेना चाहता था इसलिए मैंने चाची की बात नहीं मानी और चाची अपना सर हिलाती रही और रोती रही। करीब 35-40 मिनट बाद मैं जहद गया और मैंने अपना सारा माल उनकी चुत में डाल दिया। उसके बाद मैंने कई बार चाची की चुत को चोदा और गांड मारा। पर अबकी बार seduce करके क्योंकि मेरा सपना पूरा हो गया था और चाची अब मुझसे नहीं लड़ती थी। अब उनको मेरे साथ बहुत मजा आता है और वो मुझसे चुदने को तैयार रहती हैं।